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निजी अस्पतालों में कोविड मरीज के इलाज के लिए रेट निर्धारित

Publish Date : 05/05/2021

– प्रशासन सख्त, प्राइवेट हास्पिटल के बाहर दर्शाए जाएंगे कोरोना उपचार रेट
– नियमों की अवहेलना करने वालों की 1950 पर शिकायत कर सकते हैं
झज्जर, 05 मई
झज्जर जिला के निजी अस्पतालों में उपचार करवाने वाले कोरोना मरीजों के लिए बेड व अन्य सुविधाओं के रेट हरियाणा सरकार की ओर से निर्धारित किए गए हैं। जिलाधीश जितेंद्र कुमार ने कहा कि निर्धारित रेट से अधिक मरीजों से चार्ज करने वाले अस्पतालों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधीश जितेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर जिला के निजी अस्पताल कोविड मरीजों का उपचार निरंतर कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से संबंधित निजी अस्पतालों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने एनएबीएच व जेसीआई मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड का 10,000 रुपए, बिना वेंटिलेटर के आईसीयू बेड का 15,000 रुपए तथा वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड का 18,000 रुपए प्रतिदिन की दर से रेट तय किए हैं। इसी प्रकार बिना एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड का 8,000 रुपए, बिना वेंटीलेटर के आईसीयू बेड का 13,000 रुपए तथा वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड का 15,000 रुपये प्रतिदिन की दर से रेट तय किए हैं।
निजी लैब में कोविड टेस्ट करवाने के भी निर्धारित किए रेट :
डीसी ने बताया कि सरकार की ओर से प्राइवेट लैब में भी कोविड टेस्ट करवाने के रेट तय किए हैं, जिसके तहत आरटी पीसीआर के लिए 450 रुपए, रैपिड एंटीजन के लिए 500 रुपए तथा एलिसा टेस्ट के लिए 250 रुपए फिक्स किए गए हैं। इन तय रेट्स से अधिक यदि कोई भी अस्पताल मरीज से धनराशि लेता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल मरीज के लिए टोसिलिजुमैब टीके के आवश्यकता अनुसार वितरण के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन भी प्रशासनिक स्तर पर किया गया है। समिति टीके के वितरण व अन्य संबंधित मामलों को लेकर मानदंड तय करेगी। यह टीके सिविल सर्जन के माध्यम से निजी अस्पतालों को खरीद मूल्य पर उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों को ये इंजेक्शन निशुल्क दिए जाएंगे।
डीसी ने आमजन से अपील की है कि यदि कोई भी अस्पताल संचालक निर्धारित रेट से अधिक रुपए लेता है तो वे जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 1950 पर शिकायत कर सकते हैं।

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