कोरोना काल में शारीरिक इम्युनिटी के साथ साथ मानसिक इम्यूनिटी का विशेष महत्व
Publish Date : 18/05/2021
सकारात्मक दृष्टिकोण से ही दी जा सकती है कोरोना को मात :
झज्जर, 18 मई
कोरोना संक्रमण फैलाव के इस दौर में शारीरिक इम्युनिटी के साथ-साथ व्यक्ति की मानसिक इम्युनिटी का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है, इसलिए लोग कोरोना से घबराएं नहीं बल्कि इसका डटकर सामना करें। यह बात डीसी जितेंद्र कुमार ने कही। डीसी ने जनहित में कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षात्मक तरीके अपनाकर कोरोना से दूरी बनाई जा सकती है।
डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोगों के मन में भय की स्थिति है। कोरोना संक्रमित मरीजों में यह भय अपेक्षाकृत अधिक बढ़ जाता है जिससे कई बार उनकी स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि व्यक्ति मानसिक स्थिति मजबूत रखें और डॉक्टर से उचित परामर्श से अपना इलाज करवाएं। कोरोना संक्रमित व्यक्ति निर्धारित डूज एंड डोंट्स का पालन करें और संक्रमण को लेकर अफवाहों पर ध्यान ना दे। इस दौरान व्यक्ति का संयम बने रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रत्येक व्यक्ति पोषण से भरपूर खान-पान ले। इसके साथ साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम करे। व्यायाम शारीरिक इम्यूनिटी के साथ साथ मानसिक इम्यूनिटी को मजबूत करता है। मानसिक इम्यूनिटी के बिना शारीरिक इम्यूनिटी भी संभव नहीं है। लोग मानसिक इम्यूनिटी बढ़ाने के सरकार द्वारा जारी महत्वपूर्ण हिदायतों का पालना करें। वे मेडिटेशन, योग व प्राणायाम, परिवार व दोस्तो से बाते करे, आध्यात्मिकता से जुड़े, नई स्किल्स सीखे, अच्छी किताबें व साहित्य पढ़े। इसके साथ ही वे नकारात्मक विषयों से बचे और जरूरी हो तो 5-10 मिनट महत्वपूर्ण तथ्य जो आवश्यक हो उनके बारे में चर्चा कर सकते हैं। ऐसे सीरियल्स और मूवीस जिसमें हिंसा, गुस्सा और ऐसी कई चीजें जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है उनको देखने से बचना चाहिए। साथ ही सकारात्मक दृष्टिकोण कोरोना से दूरी बनाए रखने का मजबूत माध्यम है।