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23 बसों से 700 प्रवासी श्रमिक रवाना हुए यूपी के शामली कलस्टर के लिए

प्रकाशित तिथि : 09/05/2020

उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने प्रवासी श्रमिकों को किया प्रोत्साहित
– परिजनों से मिलकर सुखद अनुभव के साथ फिर वापिस आने की अपील
– प्रवासी श्रमिकों ने जताया सरकार व प्रशासन का आभार
झज्जर, 9 मई
कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस दौर में लॉकडाउन की स्थिति में हरियाणा सरकार की अतुलनीय पहल के चलते प्रवासी श्रमिकों को उनके घर निशुल्क पहुंचाने में झज्जर जिला उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। अन्य राज्यों के लिए ट्रेन अथवा बस के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को पहुंचाने के लिए झज्जर जिला प्रशासन की ओर से सार्थक कदम उठाए गए हैं। शनिवार को उपायुक्त जितेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में झज्जर जिला से हरियाणा राज्य परिवहन की 23 बसें करीब 700 कृषि कार्य से जुड़े प्रवासी श्रमिकों को लेकर उत्तर प्रदेश के शामली कलस्टर के 14 जिलों के रहने वाले श्रमिकों को लिए रवाना हुई। प्रवासी श्रमिक अपने परिजनों से मिलने को लेकर उत्साहित थे वहीं उनके चेहरों पर हरियाणावासियों से निरंतर मिले सहयोग पर आभार भरी झलक भी साफ दिखाई दे रही थी।
झज्जर जिला मुख्यालय पर उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने यूपी के शामली जाने वाले प्रवासी श्रमिकों के सुखद भविष्य की कामना करते हुए उन्हें सुरक्षा कवच के रूप में मास्क, पानी की बोतल व बिस्कुट के पैकट देते हुए रवाना किया गया। उपायुक्त ने बताया कि झज्जर जिला मुख्यालय से 7 बसें करीब 214 प्रवासी श्रमिकों को लेकर, मातनहेल खंड से 7 बसें करीब 210 प्रवासी श्रमिक, साल्हावास खंड से 3 बसें करीब 110 प्रवासी श्रमिकों के साथ, बादली खंड से 2 बसें 60 प्रवासी श्रमिकों, बहादुरगढ़ व बेरी से दो-दो बसें करीब 50-50 प्रवासी श्रमिकों को लेकर गंतव्य की ओर भेजी गई। उन्होंने बताया कि दो रोज पूर्व भी झज्जर से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए करीब 150 प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया था।
सरकार ने मानवता की सोच के साथ उठाए कदम : उपायुक्त
उपायुक्त ने प्रवासी श्रमिकों को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मानवता की सोच के साथ सभी को उनके परिजनों से मिलने का सुअवसर दिया है। ऐसे में वे सुखद अनुभूति के साथ अपने घर पहुंचें। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश विकास की ओर उन्मुख है और निवेशकों की पसंद के कारण यहां रोजगार के द्वार खुले हैं, ऐसे में वे फिर से रोजगार के लिए हरियाणा प्रदेश में उनका स्वागत करते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 8000 प्रवासीश्रमिकों द्वारा पंजीकरण करवाया गया है और सभी को घर भेजने के लिए पूरी योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बेरी से एसडीएम डा.राहुल नरवाल, बहादुरगढ़ में एसडीएम तरूण पावरिया, झज्जर में एसडीएम शिखा व बादली से एसडीएम विशाल की देखरेख में प्रवासी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए सुरक्षात्मक रूप से भेजा जा रहा है।
रविवार को 1200 प्रवासी श्रमिक जाएंगे रोहतक स्टेशन से बिहार :
प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के लिए प्रशासन की ओर से नियुक्त की गई नोडल अधिकारी एवं सीटीएम डा.सुभिता ढाका ने कहा कि उपायुक्त जितेंद्र कुमार की ओर से निरंतर प्रवासी श्रमिकों के गृह जिलों के जिलाधीश से संपर्क साधते हुए व्यवस्थापूर्ण तरीके से भेजने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक बिहार के मुजफ्फरपुर तथा उत्तर प्रदेश के शामली कलस्टर के लिए प्रवासी श्रमिकों को भेजा जा चुका है। रविवार को रोहतक रेलवे स्टेशन से विशेष श्रमिक ट्रेन के माध्यम से झज्जर जिला के 1200 प्रवासी श्रमिकों को बिहार के अहरिया कलस्टर में भेजा जाएगा जहां से बिहार सरकार की ओर से श्रमिकों को गृह क्षेत्र में भेजने की रूपरेखा तैयार की गई है।
यह रहे मौजूद :
इस अवसर पर एसडीएम झज्जर शिखा, तहसीलदार नरेंद्र दलाल, बीडीपीओ रामफल, नगरपालिका सचिव अरूण नांदल सहित बहादुरगढ़ में एसडीएम तरूण पावरिया, बेरी से एसडीएम डा.राहुल नरवाल, बादली में एसडीएम विशाल कुमार, साल्हावास में बीडीपीओ निशा व मातनहेल से बीडीपीओ अजित सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में रोडवेज बसें शामली के लिए भेजी गई।

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