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सकारात्मक नजरिए से ही प्रभावी रूप से बन सकती है कोरोना से दूरी

प्रकाशित तिथि : 08/05/2021

झज्जर के प्रशासनिक अधिकारी नकारात्मक विचारधारा को त्याग कोरोना चक्रव्यूह से निकल रहे हैं बाहर
– अधिकारियों का मानना है : कोरोना पॉजिटिव होने पर घबराएं नहीं, तनाव मुक्त होकर स्वस्थ्य दिनचर्या को अपनाएं
– आमजन दृढ़ इच्छाशक्ति व मनोबल को बनाएं कोरोना से बचाव हेतु सशक्त सुरक्षा कवच
झज्जर, 08 मई
कोरोना महामारी आज के समय एक बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षात्मक चुनौती है जिसका सामना केवल सकारात्मक नजरिए से ही प्रभावी रूप से किया जा सकता है। नकारात्मक विचारधारा को अनदेखा करते हुए सकारात्मक ऊर्जा के साथ झज्जर जिला की प्रशासनिक टीम आपदा के इस समय में कोरोना के चक्रव्यूह को तोड़ते हुए स्वस्थ होकर निरंतर प्रशासनिक कार्यशैली को पूरा करने में जुटी है। होम आइसोलेशन में रहकर किस प्रकार स्वास्थ्य व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारियों ने बनाए रखी, उस पर उन्होंने संयुक्त रूप से यही अपील की कि कोरोना पॉजिटिव होने पर बिल्कुल भी घबराएं नहीं, तनाव मुक्त होकर स्वस्थ्य दिनचर्या को अपनाएं।
कोरोना को हराकर, कोरोना बचाव में फिर से बनी भागीदार : शिखा, एसडीएम झज्जर
झज्जर जिला मुख्यालय पर कोरोना सुरक्षा के तहत उठाए जा रहे कदमों में निरंतर अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रही एसडीएम झज्जर शिखा ने करीब 15 दिन पूर्व कोरोना के लक्षणों को महसूस करते हुए स्वयं को क्वारंटाइन किया। साथ ही कोरोना टेस्ट करवाया जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। विपरीत परिस्थितियों में जनसेवा की भावना को सामने रखते हुए करीब 15 दिन होम आइसोलेशन में रहकर नेगेटिव रिपोर्ट आने उपरांत सकारात्मक विचारधारा के साथ स्वयं को स्वस्थ रखने का लक्ष्य लेकर वे आगे बढ़ी और कोरोना को मात देते हुए फिर से प्रशासनिक दायित्व को धरातल पर स्वीकार करते हुए फील्ड में उतरी। एसडीएम शिखा ने बताया कि दृढ़ इच्छा शक्ति व सकारात्मक दृष्टिकोण ने कोरोना रूपी नकारात्मक पहलुओं को खुद पर हावी नहीं होने दिया और यही कारण रहा कि वे होम आइसोलेशन में रहकर स्वस्थ होकर जिम्मेवारी संभाल रही हैं। कोरोना रोकथाम में प्रशासनिक स्तर पर गठित कमेटियों की नोडल अधिकारी के तौर पर एसडीएम शिखा पूरी निष्ठा पूर्ण व्यवहार के साथ कार्य करने को लेकर उत्साहित हैं।
सकारात्मक व्यवहार कुशलता से होती है रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित : शिवजीत, सीटीएम
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुई ई-ऑफिस की नोडल अधिकारी एवं झज्जर की सीटीएम शिवजीत भारती का कहना है कि मन शांत रखकर नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें कोरोना के लक्षण बुखार के रूप में महसूस हुए तो उन्होंने तुरंत कोरोना टेस्ट कराया जिसमें उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। ऐसे में प्रशासनिक जिम्मेवारी के साथ स्वास्थ्य के प्रति सजगता ने उनका मनोबल नहीं टूटने दिया। होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से बचाव की दिशा में उठाए जाने वाले पहलुओं को अपनाया और नकारात्मक विचारधारा से पूर्णतया दूरी बनाए रखी। होम आइसोलेशन में रहकर एकांतवास की अनुभूति करने की अपेक्षा उन्होंने ज्ञानवर्धक पुस्तकों को अपना मित्र बनाया और कोरोना रोग को मन से न मानकर अपनी दिनचर्या में स्वस्थ शरीर के साथ कोरोना से जंग जारी रखी। शिवजीत का कहना है कि मौजूदा हालात को देखकर शुरुआत में पॉजिटिव होने पर डर तो लगा किंतु मैंने डर से निकलकर खुद को सकारात्मक व्यवहार कुशलता के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लिया। सकारात्मक स्वरूप रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है और उसी ध्येय को सामने रख होम आइसोलेशन का समय पूरा करते हुए नेगेटिव रिपोर्ट के साथ सरकारी कार्यशैली जारी रखी। उन्होंने कहा कि एकांतवास के इस कार्यकाल में सरकारी सिस्टम का हिस्सा डिजीटल रूप से बनते हुए उन्होंने प्रशासनिक कार्य जारी रखा और प्रदेश भर में ई-ऑफिस सिस्टम पर झज्जर जिला के नंबर वन आने पर कोरोना को हराते हुए सबसे बड़ी जीत की भागीदार बनी।
प्रोनिंग प्रक्रिया के तहत होम आइसोलेशन में रहकर ऑक्सीजन लेवल मेंटेन रखा : रविंद्र कुमार, एसडीएम बेरी
नवरात्र पर्व के दौरान बेरी में मां भीमेश्वरी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की व्यवस्था को बनाए रखते हुए सुरक्षात्मक तरीके से जिम्मेदारी निभा रहे बेरी के एसडीएम रविंद्र कुमार को कुछ समय पश्चात कोरोना के लक्षण नजर आए। ऐसे में उन्होंने तुरंत प्रभाव से टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। उसके बाद स्वयं को होम आइसोलेशन में रखकर तनाव मुक्त होकर स्वयं को स्वस्थ बनाए रखते हुए कोविड रोकथाम में निरंतर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को वर्चुअल तरीके से गाइड किया। रविंद्र का कहना है कि होम आइसोलेशन में रहते हुए चिकित्सक की सलाह अनुसार दवा ली और ऑक्सिजन लेवल को मेंटेन करने के लिए प्रोनिंग प्रक्रिया को अपनाया। उन्होंने बताया कि वे अक्सर प्रोनिंग प्रक्रिया पेट के बल लेटकर तथा अनुलोम-विलोम, प्राणायाम जैसे योग विधाओं के माध्यम से ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि वे किडनी में संक्रमण होने की वजह से और प्री-डायबिटीज होने के बावजूद अपने स्वस्थ होने के हौसले को बनाए रखा और करीब 14 दिन का होम आइसोलेशन पूरा नेगेटिव रिपोर्ट के साथ किया। अब वे फिर से पूरी सजगता व सतर्कता के साथ झज्जर प्रशासन की ओर से कोरोना रोकथाम प्रबंधों में सुचारू रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
सकारात्मक मनोवृत्ति कोरोना से दूरी का सशक्त माध्यम : एसडीएम विशाल
बादली के एसडीएम विशाल कुमार कोरोना संक्रमित होकर होम आइसोलेशन में रहते हुए अब पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की राह पर हैं। विशाल कुमार का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव होने की बात दिमाग पर न लेकर उन्होंने इसे सामान्य रूप से बीमारी का हिस्सा माना और चिकित्सकों की सलाह अनुसार घर पर रहकर ही स्वस्थ होने की दिशा में कदम बढ़ाए। उन्होंने बताया कि परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हुए लेकिन उन्होंने पूरी हिम्मत के साथ सकारात्मक ऊर्जा को केंद्रित रखते हुए घर पर ही स्वास्थ्य सुधार पर फोकस रखा। प्रशासनिक कार्य में लगातार व्यस्तता बनाए रखते हुए उन्होंने कोरोना से दूरी बनाते हुए सुखद अनुभूति का अहसास किया।

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