कोविड-19 लॉकडाउन : झज्जर द्वारा सफलता की कहानी
प्रकाशित तिथि : 15/04/2020
लॉकडाउन में नियमों का सख्ती से हुआ पालन, कोरोना से हुआ बचाव
– झज्जर जिलावासियों के धैर्य व संयम से सुरक्षित हैं हम
– लॉकडाउन के प्रथम चरण में करीब साढ़े लाख फूड पैकेट वितरित
झज्जर, 14 अप्रैल
कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन के दौरान आपदा की स्थिति में झज्जर जिलावासियों ने जिस धैर्य व संयम के साथ अनुशासनात्मक परिचय दिया है उससे पूरा जिला सुरक्षित है। लॉकडाउन के पहले चरण में अभी तक कोई भी कोरोना संक्रमित पोजिटिव केस जिला में नहीं आया है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में स्थानीय स्तर पर शासन-प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों की अनुपालना सुरक्षा कवच के रूप में सामने आई है।
झज्जर जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के आधार पर हालांकि कोविड-19 पोजिटिव का कोई सकारात्मक मामला अभी तक जिले में सामने नहीं आया है लेकिन कोविड के प्रसार को रोकने के लिए किए गए पहले चरण के लॉकडाउन में अन्य जिलों की तरह घर में रहने के लिए स्थानीय निवासियों को सीमित किया गया है।
24 शैल्टर होम सहित जिला में वितरित हुए साढ़े तीन लाख फूड पैकेट :
उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने बताया कि कोविड-19 के तहत हुए लॉकडाउन के पहले चरण में झज्जर जिला में प्रवासी श्रमिकों के ठहराव के लिए झज्जर, बेरी, बहादुरगढ़ व बादली में कुल 24 शैल्टर होम में बच्चे व महिलाओं सहित करीब 1200 श्रमिक रूके हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन की निगरानी में सामाजिक व धार्मिक संगठनों के माध्यम से शैल्टर होम व अन्य जरूरतमंद लोगों को करीब साढ़े तीन लाख फूड पैकट वितरित किए जा चुके हैं। साथ ही अब तक करीब 3000 परिवारों तक को साप्ताहिक राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
सब्जी मंडी थोक विक्रेता हेतु व आवश्यक वस्तुओं की दुकानों का समय निर्धारित :
उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने लॉकडाउन के नियमों की अनुपालना प्रभावी ढंग से करवाने के साथ ही सोशल डिस्टेंस बनाए रखते हुए आवश्यक वस्तुओं की बिक्री का समय निर्धारित किया है। किरयाने, फल-सब्जियों की दुकानें लॉकडाउन के पहले चरण में अब तक सुबह 7 से 10 बजे तथा सांय 4 से 7 खुली रखी गई। जबकि कैमिस्ट शॉप दिन भर खुली और रात्रि के समय शैड्यूल अनुसार खुली रही। अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान निरंतर बंद रखे गए। जिला प्रशासन ने आम आदमी के लिए झज्जर और बहादुरगढ़ दोनों शहरों में मुख्य सब्जी मंडी को बंद कर दिया है ताकि उन्हें इकठ्ठा होने से रोका जा सके केवल सुबह 5 से दस बजे तक ही थोक विक्रेताओं के लिए मंडी खुली रही। किरयाने अथवा फल-सब्जियों की दूकानों पर भी एक दूसरे से दूरी बनाते हुए सामान की बिक्री की जा रही है।
जिला का हर शख्स इस पुनीत अभियान में डाल रहा है आहुति :
कोविड-19 लॉकडाउन के प्रथम चरण में आमजन सहित व्यापारी वर्ग पूरा सहयोग देते हुए अपनी आहुति संयम से डाल रहा है। शहर के चौपटा बाजार स्थित शिव कुच्छल ट्रडिंग कंपनी से शीतल कुच्छल, मेन बाजार स्थित कांफेशनरी शॉप संचालक प्रदीप बुद्धिराजा व तनेजा क्लॉथ इंपोरियम के संचालक जितेंद्र तनेजा ने संयुक्त रूप से कहा कि यह समय घर पर सुरक्षित रहते हुए राष्टï्रहित में अपना योगदान देने का है। ऐसे में घर पर रहकर कोरोना के विरूद्ध अपनी पत्नी, बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने का अवसर उन्हें मिल रहा है।
75 नाकों के साथ मुस्तैद है पुलिस प्रशासन :
लोगों का अवागामन अन्य राज्यों अथवा जिलों में न हो इसके लिए झज्जर जिला की सभी सीमाएं सील की गई हैं। लॉकडाउन के उचित क्रियांवयन के जिए झज्जर जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 75 नाके लगाए गए हैं वहीं सभी थाना एसएचओ सहित 75 पीसीआर व राइडर नियमित तौर पर दिन रात गश्त व पैट्रोलिंग कर रहे हैं। आमजन भी इस लॉकडाउन में पूरी तरह से सजग है और ठीकरी पहरे शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में निरतंर लग रहे हैं। ठीकरी पहरे के दौरान बाहरी लोगों को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा।
नोडल अधिकारी सहित डीसी, एसपी टीम सहित सजग :
झज्जर जिला में कोविड-19 के तहत हुए लॉकडाउन में प्रशासनिक स्तर पर सरकार के निर्देशों की पालना प्रभावी ढंग से हो रही है। जिला के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी डीआईजी बी.सतीश बालन, डीसी जितेंद्र कुमार व डीआईजी एवं एसपी अशोक कुमार अपनी प्रशासनिक टीम के साथ हर पहलू पर गंभीरता से कदम बढ़ा रहे हैं। पूरी सजगता के साथ झज्जर जिला में मोनिटरिंग बारीकी से की जा रही है और यह सुखद पहलू है कि अभी तक लोगों के धैर्य व सामंजस्य के कारण अब तक कोई भी कोरोना पोजिटिव केस जिला में नहीं आया है।
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