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बेहतर व्यवस्था के परिणामस्वरूप कोरोना का नहीं हुआ कॉम्यूनिटी स्प्रेड

प्रकाशित तिथि : 14/05/2020

दिल्ली से जुड़े लोग व उनके परिजन ही हुए केवल प्रभावित
– अब तक बहादुरगढ़ क्षेत्र के 77में से 15 ठीक होकर घर लौटे
– कानटेंमेंट एरिया में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित
– म्हारी दुकान द्वारा सुरक्षात्मक तरीके से हो रहा है सब्जियों का वितरण
बहादुरगढ़, 14 मई
वैश्विक महामारी में झज्जर जिला का बहादुरगढ़ शहर सबसे अधिक प्रभावित रहा है। यहां पर दिल्ली क्षेत्र सहित 77 कोरोना पोजिटिव केस मिले लेकिन बहादुरगढ़ की जनता के सहयोग से और जिला प्रशासन की बेहतर मोनिटरिंग से कोरोना संक्रमण को कॉम्यूनिटी स्प्रेड में जाने से रोक कर बड़ी मिसाल कायम की है।
यह ऐसा मौका है जब बहादुरगढ़ के साथ लगती देश की राजधानी में कोरोना के सैकड़ों मामले प्रकाश में आए हुए हैंं। डीसी जितेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में एसडीएम बहादुरगढ़ तरूण पावरिया अपनी टीम के साथ कोरोना महामारी के विरूद्ध संगठनात्मक रूप से मुकाबला कर रहे हैं और यही कारण है कि बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था व स्वास्थ्य सेवाओं के चलते अब तक 15 कोरोना संक्रमित व्यक्ति ठीक होकर घर भी लौट आए हैं। यहां आपको बता दें कि मजबूत सुरक्षा तंत्र के साथ व बहादुरगढ़ की जनता के धैर्य व दृढ़ संकल्प से कोरोना का कॉम्यूनिटी स्प्रेड होने पर पूरी तरह से रोक लग पाई है और केवल दिल्ली से जुड़े संक्रमित व्यक्ति अथवा उनके परिजन ही कोरोना से प्रभावित हुए हैं जो अब धीरे-धीरे ठीक भी हो रहे हैं। एसडीएम ने बताया कि झज्जर जिला में अब तक आए दिल्ली क्षेत्र सहित कुल 88 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों में से बहादुरगढ़ क्षेत्र से दिल्ली के चार व्यक्तियों सहित 77 कोरोना पोजिटिव केस सबसे अधिक निकले हैं, ऐसे में विशेष एहतियात बरतते हुए बहादुरगढ़ में सुरक्षात्मक तरीके अपनाए जा रहे हैं।
यूं उठाए जा रहे हैं बचाव के कदम :
बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र के साथ ही लुहारहेड़ी, मुकंदपुर व लोवा खुर्द गांव के लोगों के दिल्ली आजादपुर सब्जी मंडी सहित दिल्ली में निरंतर आवागमन ने कोरोना का झज्जर जिला में प्रवेश हुआ। ऐसे में अधिकतर मामले सब्जी मंडी के सामने आने के साथ ही प्रशासन ने पूरी गभीरता बरतते हुए रैंडम सैंपलिंग प्रक्रिया शुरू की। विशेष योजनाबद्ध तरीके से उठाए गए कदम के कारण ही सब्जी मंडी से जुड़े संक्रमति व्यक्ति के साथ ही उनके परिजन के स्वास्थ्य की जांच की और पोजिटिव सैंपल मिलने पर जिला प्रशासन की ओर से उक्त एरिया को कानटेंमेंट एरिया बनाते हुए सुरक्षा कवच तैयार किया। बहादुरगढ़ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 27 कानटेंमेंट एरिया बनाए गए हैं तथा बादली उपमंडल में बुपनिया व शाहपुर को कानटेंमेंट जॉन बनाकर कॉम्यूनिटी स्प्रेड को रोकने में सफलता मिली है।
कानटेंमेंट एरिया में उठाए जा रहे ठोस कदम :
एसडीएम तरूण कुमार पावरिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण का फैलाव किसी भी स्थिति में न हो पाए इसके लिए पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र में विवेकानंद नगर, मोहन नगर, अशोक नगर, किला मौहल्ला, जटवाड़ा मौहल्ला, सैनीपुरा, रणजीत कालोनी, झिमरों वाली गली, सब्जी मंडी, लुहारहेड़ी गांव, अशोक विहार कालोनी, महावीर मंदिर गली, मेन बाजार बहादुरगढ़, अग्रवाल कालोनी, जौहरी नगर, पटेल नगर, राम नगर, नेहरू पार्क, लोवा खुर्द, मुकंदपुर, सैक्टर 2, आर्य नगर, न्यू पटेल पार्क, महावीर पार्क, छोटूराम नगर, देवी कलोनी व सैक्टर 6 को कानटेंमेंट जॉन घोषित करते हुए वहां के निवासियों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। साथ ही कोरोना संक्रमण का फैलाव सीधे तौर पर किसी को भी प्रभावित न करे इसके लिए निरंतर प्रभावित कालोनियों का सैनेटाइजेशन भी किया जा रहा है। म्हारी दुकान के माध्यम से बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र के सभी वार्ड कवर किए जा रहे हैं जिसमें लोगों को ताजा सब्जियों का वितरण करवाने के साथ ही मास्क व सैनेटाइजर भी वितरित किए जा रहे हैं। एसडीएम ने सैक्टर 6 में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की सार्थक मुहिम के तहत बनाए गए सब्जी संग्रहण केंद्र का दौरा भी किया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से बचाव के तहत डीसी जितेंद्र कुमार व एडीसी उत्तम सिंह के निर्देशानुसार प्रभावी ढंग से कार्य हो रहे हैं।
एसडीएम स्वयं ले रहे हैं प्रभावित एरिया के लोगों से फीडबैक :
बहादुरगढ़ क्षेत्र में बने कानटेंमेंट एरिया के प्रभावित लोगों को कोई दिक्कत न आए इसके लिए एसडीएम तरूण कुमार पावरिया स्वयं फीडबैक ले रहे हैं। एसडीएम पावरिया नियमित तौर पर शहरी निकाय अधिकारियों, बीडीपीओ व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने उपरांत प्रभावित कालोनी का निरीक्षण करते हैं। साथ ही लोगों को वे स्वयं जागरूक करते हैं कि किसी भी रूप से कोरोना का फैलाव न हो इसके लिए सभी को सावधानी बरती चाहिए। शहर के सैक्टर 2 व 6 का मुआयना करते हुए उन्होंने लोगों को मास्क देते हुए निर्धारित किए गए नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। वे लोगों से लिए गए फीडबैक के आधार पर माइक्रो लेवल की समस्याओं का तुरंत निवारण कर रहे हैं।

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